Wednesday, February 13, 2008

NASTIK


तुमने पतंग बनाई
और कहा उड़ो
फिर तुमने धागा भी बनाया
और कहा बंधो
तुमने जीवन की नियति तय कि
बंधे हुए उड़ो
पर यह उड़ान कि मंजिल तो नहीं
इस लिए मैंने तुम्हारी बनाई
पतंग, धागे और कहे में
कभी विश्वास नहीं किया
और लोगों ने कहा कि
मैं नास्तिक हूँ .